यह कहना गलत ना होगा कि सृष्टि के कण-कण में शिव समाए हुए हैं और यह दुनिया उनकी शक्ति की एक अभिव्यक्ति मात्र है। भगवान भोलेनाथ की महिमा असीम और अपार है। वे स्वयं जितने निराले हैं तो उनके मंदिर भी उतने ही अनोखे हैं।
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